हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, अयातुल्ला खामेनेई ने "बच्चे द्वारा कुरान को छूने" के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दिया है, जिसे हम शरई अहकाम मे रूचि रखने वालों की सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं।
प्रश्न: यदि कोई बच्चा कुरान खोलकर आयतों को अपने हाथ से छू ले तो ऐसी स्थिति में हमारा क्या कर्तव्य है? क्या हमें उससे कुरान छीन लेना चाहिए, भले ही वह रोने लगे?
उत्तर: किसी बच्चे के लिए कुरान के लिखित पाठ को छूना हराम नहीं है, और जो वयस्क और जिम्मेदार हैं उन पर यह वाजिब नहीं है कि वे बच्चे को कुरान के पाठ को छूने से रोकें।
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